सनातन न्यूज़
- 11-Dec-2024
- By : Reporter
सनातन धर्म में तलाक जैसी कोई व्यवस्था नहीं फिर भी हो रहे जिसमें 60% लड़के और उनके परिवार को झूठे केस में फंसाया जा रहा है: नीलकंठ महाराज
बंगलौर में नौकरी कर रहे सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष का निकिता सिंघानिया से 2019 में शादी हुई। बाद में आपसी विवाद के कारण तलाक की नौबत आ गई। जिसमें ससुराल पक्ष (लड़की वाले) तीन करोड़ की मांग कर रहे थे कई झूठे केस में फंसाया गया अतुल को और जज भी साथ मिले हुए थे जिससे प्रताड़ित होकर अतुल ने आत्महत्या कर ली।
धर्म संसद आयोजक एवं श्री नीलकंठ सेवा संस्था संस्थापक पंडित नीलकंठ त्रिपाठी महाराज ने कहा कि हमारे हिंदू धर्म में तलाक जैसी कोई व्यवस्था नहीं है यह सब मुस्लिम समाज की और पश्चिमी देशों की व्यवस्था है आज कल इसका नज़ायत फायदा लड़की पक्ष उठा रहे है क्योंकि कानून पहले लड़की की सुनवाई करता है लड़की के पक्ष का कानून ज्यादा मजबूत होने के कारण 100% में से 60% लड़की वाले लड़के को झूठे केस में फसाते है और दहेज प्रताड़ना जैसे कई केस लड़के और उसके माता पिता परिजन के ऊपर लगाते है और अवैध वसूली भी करता है इसमें लड़का इतना परेशान हो जाता है कि उसको मजबूर कर दिया जाता है अतुल सुभाष जैसे आत्महत्या का कदम उठाने को। ऐसे केस में हर कोई लड़के से वसूली करना चाहता है कि कितना निकलवा ले चाहे वो वकील हो, पुलिस, जज हो और लड़की वाले ये सब अपने अपने स्तर में लड़के से जहां मौका पाए पैसे की उगाही करवाते है और लड़का जेल जाने के डर से अपने नौकरी छूट जाने के डर से व्यापार खत्म हो जाने के डर से समाज में नाम न खराब हो उसके डर से जो जितना मांगता है लड़का कही से भी व्यवस्था कर के लाकर देता है पैसे नहीं देने पर लड़के को धमकाया जाता है कि अगर सेटलमेंट नहीं किए तो तुमको और तुम्हारे मां बाप को घर से उठाकर ले आयेंगे। मां बाप
“टीवी सीरियल मोबाइल फोन ने घर की औरतों को बिगाड़ा है शास्त्र में तलाक जैसी कोई व्यवस्था नहीं है बलकि सात जन्म तक साथ निभाने की कसमें शादी में दिलवाई जाती है.”
को ना ले जाए उसी डर से लड़का जगह जगह केवल सेटलमेंट करता है। इससे पूरी तरह से टूट जाता है। लड़के का काम धाम सब खत्म हो जाता है। परिवार पूरी तरह से टूट जाता है। मां बाप चिंता में गंभीर बीमारी से ग्रसित हो जाते है और लड़की पक्ष कानून का सहारा लेकर झूठे केस में फसाते रहते है।
नीलकंठ महाराज ने कहा कि मैं ये नहीं कहता कि हर लड़की पक्ष वाले गलत है परन्तु 100% में 60% लड़की पक्ष वाले गलत रहते है। जबकि शास्त्र में तलाक जैसी कोई व्यवस्था नहीं है बलकि सात जन्म तक साथ निभाने की कसमें शादी के समय दिलवाई जाती है।
टीवी सीरियल, मोबाइल घर की औरतों को सनातन संस्कार छोड़ यही सब करना सिखा रहा है जिस घर में लड़की के माता पिता का हस्तक्षेप रहा उस लड़की का घर टूटना तय है क्योंकि लड़की छोटी छोटी बाते मोबाइल से अपने माता पिता को बताती है जो विवाद का कारण बनता है जबकि पहले ऐसा कुछ नहीं था तब तलाक भी नहीं होते थे आज सबसे ज्यादा केस तलाक के देखने को मिल रहे है। आज कल की लड़कियां घर में काम नहीं करना चाहती। केवल मोबाइल और टीवी में अपना जीवन व्यापन करना चाहती है आज कल नया ट्रेंड चला है रील वीडियो बनाने का जिस हिंदू लड़की को देखो वो इंस्टाग्राम, फेसबुक में नाचते गाते दिखेंगी। यहां अपने पति और परिवार को खुश नहीं कर पा रही नाच गा कर वीडियो बनाकर पता नहीं किसको खुश करना चाह रही है। सनातन धर्म में महिलाओं की एक मर्यादा थी शर्म था और उतना ही महिलाओं के प्रति सम्मान भी था आज की महिलाएं धीरे धीरे मर्यादा तो खत्म ही कर दी अब नाच गा कर वीडियो बनाकर शर्म भी खत्म कर रही है।