सनातन न्यूज़
- 30-Oct-2024
- By : Reporter
1 लाख में 99999 शांतिदूत गाय खाते हैं और एक नहीं खाता है तो क्या तुम्हारी गौमाता बच जायेगी ? सेकुलर हिन्दू करे आत्ममंथन , केंद्र सरकार बूचड़ खाने में भी प्रतिबंध लगाए: नीलकंठ महाराज
धर्म संसद आयोजक एवं श्री नीलकंठ सेवा संस्था छत्तीसगढ़ संस्थापक पंडित नीलकंठ त्रिपाठी महाराज ने सोशल मीडिया के माध्यम से हिंदुओ से पूछा की।
1 लाख में 99999 शांतिदूत गाय खाते हैं और एक नहीं खाता है तो क्या तुम्हारी गौमाता बच जायेगी ?
1लाख में 99999 मोमिन दंगे के समय तुम्हारे ऊपर काफ़िर कह कर टूट पड़ता है और एक अच्छा वाला शांतिदूत जो तुमने माइक्रोस्कोप से खोजा था .... वो आकर उनको रोके तो क्या वो रुक जाएंगे ?
1 लाख में 99999 पाकिस्तान के लिए अरब के लिए ISIS के लिए जयकारे लगाए और एक मोमिन देशभक्त हो.... शहीद होने को भी तैयार हो तो क्या 99999 को पाकिस्तान की मदद करने से रोक पाएंगे ?
1 लाख में कितने ओवैसी है और कितने कलाम हैं ? चलो यही बताओ कलाम जी के रहते कितने दंगो को कलाम जी ने रुकवा लिया ??
और वो एक भी यह जताने के लिये है कि हममे से हरेक ऐसा नही है चन्द लोगो की खातिर हमारी पूरी कौम को बदनाम नही किया जाये। अंदरूनी वो भी वैसा ही है ।
गुरू साहिवान के वचन और कुर्बानी हमेशा याद रखनी
“केंद्र सरकार बूचड़ खाने में भी प्रतिबंध लगाए.”
होगी।
दरअसल जो हिन्दू ऐसे पोस्ट डालते हैं वो बहुत ही कायर दब्बू हैं .... जो सत्य से जी चुराते हैं .. उनको लगता है बस किसी तरह ये बला टल जाए वरना मैं मारा जाऊंगा ....
किसी बात के मूल में जाओ .... जड़ में जाओ... दुनिया के हरेक शांतिदूत के लिए एक ही पवित्र किताब है कुरआन .... उसमे लिखा है कि गैर मोमिन याने हिन्दू को मारना ....खत्म कर देना ही अलल्लाह का काम है ..... और हरेक शांतिदूत को इसको मानना ही है 100% ...चाहे वो कैसा भी मोमिन हो .. तो बात तो यही पर खत्म हो गयी ....इसके बाद बचा क्या ? फिर कौन सी अच्छाई और कौन सी मुहब्बत??
आपलोगो के ऐसे बेवकूफी भरे पोस्ट से सेक्युलर और अज्ञानी हिन्दू असावधान होते हैं और उस 'एक' की आड़ में बाकी जिहादी आपके अंदर घुसकर तुम्हे ही मिटाने का कार्य सफलतापूर्वक करते आ रहे हैं। वो एक अच्छा इंसान तो हमेशा से रहे होंगे .. कश्मीर में पाकिस्तान में आसाम में बंगाल में .. फिर क्यों मिट गए तुमलोग????
नीलकंठ महाराज ने कहा कि सभी सेकुलर हिंदुओ को आत्ममंथन करने की आवश्यकता है