सनातन न्यूज़
- 16-Oct-2024
- By : Reporter
प्रशासन एक स्तर तक काम कर सकता है बाकी खुद ही हम हिंदुओ को तैयारी करनी होगी हम सरकार के भरोसे न बैठे:– नीलकंठ महाराज
धर्म संसद आयोजक एवं श्री नीलकंठ सेवा संस्था छत्तीसगढ़ के संस्थापक पंडित नीलकंठ त्रिपाठी महाराज ने कहा कि हिन्दू लगातार हमला झेलने के बाद भी बिना तैयारी के रहता है।
उधर जिहादियों के घर मे हमेशा हथियार, पत्थर, पेट्रोल बम जैसी चीज रहती हैं।
वरना हिन्दू खुद सोचे कि गली में इतने पड़े पत्थर होते हैं क्या जो अचानक झगड़ा होते ही, उठाकर अत्यधिक मात्रा में मारे जाते हैं?
जी नहीं, ये सारे पत्थर, हथियार आदि पहले से रखे जाते हैं।
और इन्हें रखवाते हैं उधर के लोकल मौलाना और ये ट्रेनिंग मिलती है मदरसों में । ये मदरसा सरकार को बैन करवाना चाहिए।
नीलकंठ महाराज ने बताया कि इसी में सिखाया जाता है कि ये हिन्दू अपनी औकात भूल गया है। भूल गया है कि 800 साल इसपर राज किया था।
और इसी तरह की तकरीर के बाद इन जिहादियों को समझाया जाता है कि चिंता मत करो, हमारा भी वक्त आएगा। बस तुम अपनी तैयारी करकर रखो और इनसे बिल्कुल मत दबो।
फिर एलान होता है कि ये "मुस्लिम इलाका" है इधर से गुजरे तो अंजाम भुगतने को तैयार रहना।
कई बार पुलिस ही डरकर कह देती है कि उधर से मत निकलना और कई बार यदि पुलिस सोचती है कि ज्यादा खतरा नही होगा, निकल सकते हो तो फिर ऐसी घटना होती हैं।
और इसी के बाद फिर नेताओं का रोल शुरू होता है। नमाजवादी टाइप पार्टियां जो जिहादियों के वोट पर टिकी होती हैं वो इन्हें आश्वासन देती है कि डरने की जरूरत नहीं, हम पोलिटिकल, लीगल और मीडियाई सपोर्ट देंगे, बहुत से पाले हुए कुत्ते हैं हमारे जो तुरन्त हिन्दुओ को ही दोष दे डालेंगे कि नफरत आ चुकी
“हिन्दू लगातार हमला झेलने के बाद भी बिना तैयारी के रहता है।.”
है 2014 के बाद से और हिन्दू टँक मचा रहा है हर जगह।
और तुरन्त फिर विक्टिम कार्ड निकाल जिहादियों को मासूम बता दिया जाएगा जैसा पूरी ही दुनिया मे होता है।
इसके बदले मौलाना जैसों से ये डील हो जाती है नमाजवादी नेताओ कि हमारी सरकार बन जाय और फिर तो जो मर्जी करो, और कोई पुराने केस लग भी गए काफिर पार्टी की सरकारों में तो हम हैं ना, हटवा देंगे।
इस तरह सारा खेल रचा जाता है और इसमें एक गलती हिन्दू चुइये की भी होती है कि जब वो जातियों में बंट अपनी औकात दिखाता है तो एकाएक दो कौड़ी की नमाजवादी पार्टी 37 सीट लाकर सबसे बड़ी पार्टी बन जाती है और इसी के साथ जिहादियों का जोश सातवें आसमान में चला जाता है कि बस हरा ही दिया था काफिरों को, अगली बार तो पक्का ये सत्ता से बाहर हैं और तभी इनके जिहादी छोटे पिल्ले भी कहते मिलते हैं कि हमारी सरकार आने दो, फिर देखना।
और जो अब बहराइच या कहीं अन्य भी हो रहा है या होता है वो सब फिर इसी कारण होता है।
इसलिए हिन्दुओ को भी सोचना चाहिए क्योंकि जब भुगतते हो तब तो बड़ा पछतावा हो रहा होता है लेकिन बाकी समय अपनी ही अकड़ में हिन्दू चलता है।
और हां, जैसा शुरू में भी बताया कि हिन्दू बिना तैयारी के जीना छोड़ दे कि सरकार अपनी है या पुलिस अपनी है।
क्योंकि प्रशासन एक स्तर तक काम कर सकता है बाकी खुद ही करना होता है जैसे नमाजवादि पार्टीयों के समय भी जो करना होता है जिहाद करते हैं और फिर पीछे से सरकार उन्हें बचाती है