सनातन न्यूज़
- 15-Oct-2024
- By : Reporter
हम पटाखे भी फोड़ तो बदनाम हो जाते है वो बम ब्लास्ट करके भी शांति प्रिय कहलाते है। बहराइच की घटना दुर्भाग्य पूर्ण:– नीलकंठ महाराज
धर्म संसद आयोजक एवं श्री नीलकंठ सेवा संस्था के संस्थापक पंडित नीलकंठ त्रिपाठी महाराज ने बहराइच में हो रहे दंगे को लेकर कहा की हम पटाखे भी फोड़ दे तो बदनाम हो जाते है वो बम ब्लास्ट कर दे तो शांति प्रिय कहलाते है।
भारत एक मात्र ऐसा राष्ट्र होगा जहा हिंदू अपना कोई भी त्योहार शांति से कर ही नहीं सकता है फिर वो चाहे राम नवमी हो, हनुमान जन्मोत्सव हो, दुर्गा माता की नवरात्रि हो या दीवाली अन्य कोई भी त्योहार हिंदू बिना पत्थर लात घुसा खाए या फिर अपने प्राणों की आहुति दिए बिना एक वर्ष भी शांति से भाईचारा का मिसाल नहीं दे सकता है
नीलकंठ महाराज ने उत्तर प्रदेश के बहराइच को लेकर कहा की यही हुआ बहराइच के अंदर दुर्गा माता की शोभायात्रा में एक घर के अंदर से भारी पत्थराव हिंदुओ पर किया गया। उग्र भीड़ थी उस भीड़ के बीच से एक व्यक्ति निकलता है जिसका नाम था गोपाल मिश्रा उस घर के ऊपर जाता है जिस घर से पत्थराव होता है वहा
“ भारत एक मात्र ऐसा राष्ट्र होगा जहा हिंदू अपना कोई भी त्योहार शांति से कर ही नहीं सकता है .”
पर एक हरा झंडा लगा रहता है उसे निकाल कर फेंकता है और भगवा झंडा लहराता है कुछ मिनट के पश्चात गोपाल मिश्रा के शरीर में दर्जनों बुलेट चलती है गोपाल मिश्रा वही पर समाप्त हो जाता है इसके पश्चात किसी ने ये नही बताया कि की उसके घर के अंदर से पहले से ही पत्थराव हुआ था इसीलिए झंडे को हटाया लेकिन ये बताया गया की झंडे को वहा से हटाया इसीलिए मारना जस्टिफाई कर सकता है
नीलकंठ महाराज ने आगे बताया कि यही जेस्टिफिकेशन कन्हैया लाल, कमलेश तिवारी, उमेश के साथ हुआ अब गोपाल के साथ भी यही हुआ।
ट्वीटर के ऊपर इनकी फौज बैठी है बचाने वालों की और हिंदुओ को कोई फर्क नही पड़ता क्योंकि हम है सेक्युलर।
कोई मुस्लिम, मौलवी आगे आकर इस घटना का विरोध नही करता फिलिस्तीन की चिंता है हिजबुल्ला मारा गया तो भारत में छाती पीटने वाले आ जाते है पर हिंदुओ को जान जाती है उनके शोभा यात्रा में पत्थराव होता है सब मौन हो जाते है।