सनातन न्यूज़
- 16-Dec-2023
- By : नीलकंठ सेवा संस्था
सनातनियों की हुई विजय, विधर्मियों की हुई पराजय छत्तीसगढ़ में सनातन वाला वातावरण बनाने में श्री नीलकंठ सेवा संस्था की मुख्य भूमिका रही
वर्तमान में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुआ। जिसमे तीन राज्यों में बीजेपी पूर्ण बहुमत से सरकार बनी है। सनातन विरोधियों पर कांग्रेस के नेताओ का मौन रहना ही कांग्रेस को ले डूबा। इंडिया गठबंधन के नेताओ द्वारा सनातन धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना और कांग्रेसी नेताओ का मौन रहना ही सबसे बड़ा हार का कारण है। इसके विरोध में लगातार संस्था के संस्थापक नीलकंठ त्रिपाठी महाराज आवाज उठाते आ रहे है। छत्तीसगढ़ में भी सनातानियो को एकजुट होना और भाजपा को अधिक मात्रा में वोट पड़ना भी बहुत बड़ा कारण सनातानियो की एकजुटता रही है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल द्वारा लगातार ब्राह्मण समाज के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी करना, भगवान राम एवं हिंदुओ को अपशब्द कहना और कांग्रेस के ब्राह्मण विधायको का मौन धारण करना भी हार का कारण रहा है। इस मुद्दे को नीलकंठ महाराज लगातार उठाते आए है। सत्यनारायण शर्मा, विकाश उपाध्याय, रविन्द्र चौबे जैसे दिग्गज ब्राह्मण विधायक होते हुए भी ब्राह्मण समाज को अपमानित किया गया और ये विधायक अपनी गद्दी बचाने के कारण भूपेश बघेल के पिता का कभी विरोध नहीं किया ब्राह्मण को अपमानित होते मौन देखते रहे। कोई भी कांग्रेसी नेता ने आपत्ति दर्ज नहीं कराई। यहां तक ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष जो कांग्रेस से संबंध रखते थे कांग्रेसी विधायक को खुश रखने के चक्कर में ब्राह्मण समाज को अपमानित होते हुए 5 साल देखते रहे और हर अपने आयोजन में इन्ही कांग्रेस विधायको को मुख्यातिथि में बुलाकर सम्मान करते रहे। जिसके कारण ब्राह्मण समाज अक्रोशित रहा और चुनाव में उनको ब्राह्मण समाज ने भी दंड दिया। ब्राह्मण समाज के अपमान से सनातानियो में भी गुस्सा रहा है। धर्म संसद 2021 छ ग के आयोजन में काली चरण के द्वारा महात्मा गांधी को गाली देने पर महंत रामसुंदर दास ने धर्म संसद का बहिष्कार किया जिससे पूरा संत समाज नाराज हुआ। नीलकंठ महाराज तब से लगातार आवाज उठाते आ रहे थे की जब नंद कुमार बघेल भगवान राम को गाली दे रहा था तब महंत राम सुंदर दास जी ने कांग्रेस पार्टी का बहिष्कार क्यों नही किया। क्या भगवान
“कांग्रेसियों दी थी धमकी अब तक ब्राह्मण समझ के छोड़ दिए थे अब नही छोड़ेंगे.”
राम से बड़े है गांधी? नया रायपुर में राहुल गांधी के आयोजन के बाद फेके हुए भोजन के पैकेट्स को खाकर हजारों गाय की हत्या हुई तब भी महंत राम सुंदर दास जी मौन थे जबकी उस समय गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष रहे। इस मुद्दे को भी नीलकंठ त्रिपाठी महाराज ने उठाया और जनता तक पहुंचाया। रायपुर शहर के पश्चिम विधानसभा के रामनगर में जिहादियों द्वारा महादेव के पोस्टर को जलाया गया। परंतु उस समय के विधायक विकाश उपाध्याय भी मौन रहे। जिहादियों के विरोध में नीलकंठ त्रिपाठी महाराज उतरे तो उन्ही को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके कारण हिंदुओ में नाराजगी देखने को मिली। बिरहन पुर साजा विधानसभा के वर्तमान विधायक ईश्वर साहू के बेटे की जिहादियों द्वारा हत्या कर दिया जाता है। कांग्रेस के किसी भी नेता ने विरोध दर्ज उन जिहादियों के खिलाफ नही करवाई। जब नीलकंठ त्रिपाठी महाराज ने आवाज उठाया तो उनको साजा में जाने नही दिया आधे रास्ते में पुलिस बल द्वारा रोक दिया गया। यही सब मुद्दो को लेकर नीलकंठ त्रिपाठी महाराज मैदान में उतरे और छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यो में भी सनातन का माहौल बनाने का प्रयास किया। \\\"सोशल मीडिया को मुख्य धार बनाया |\\\" श्री नीलकंठ सेवा संस्था ने अलग अलग टीम बनाकर काम को चालू किया। एक टीम सोशल मीडिया को संभाली हुई थी जो सभी सनातानियो को विधर्मी के खिलाफ मुद्दे बनाकर सनातनी प्रत्याशी को जिताने हेतु अपील पोस्टर तैयार कर सभी जगह सर्कुलेट करते थे। दूसरी टीम वार्ड वार्ड दौरा कर सभी सनातानियो से मिलकर सनातनी प्रत्याशी को वोट देने के लिए अपिल करते थे। सभी हिंदुओ को सारे मुद्दे के बारे में अवगत कराते थे और उनके दिमाग में बैठा देते थे की हमें केवल जो सनातन की आवाज़ बनकर आगे आए उसे ही वोट देना है। नीलकंठ त्रिपाठी महाराज स्वयं अलग अलग जगह बड़ी बड़ी सभाएं लेकर सभी मुद्दों से अवगत कराते थे। सनातन विरोधी गतिविधियों का विरोध करने के लिए लोगो को प्रेरित करते थे आज सनातनी प्रत्याशी जिताने के बाद संस्था के लोगो में एक अलग ही खुशी है कि मेहनत रंग लाई।